मैं कोरा कागज हूं
मैं कोरा कागज हूं
कहीं निखर गया, कहीं बिखर गया
जैसा मुझे उकेरा गया
वैसा ही मैं संवर गया
किसी के लिए मैं प्रेमपत्र हूं,
किसी के लिए प्रमाणपत्र
किसी के लिए आदेशपत्र हूं,
किसी के लिए समन पत्र
किसी के लिए संदेशपत्र हूं
तो किसी के लिए श्रद्धाँजलिपत्र
मैं शुभ हूं, अशुभ हूं
जिसने जो बनाया, वही स्वरूप हूं
आशा-निराशा, हर्षोल्लास
सुख- दुख, संताप
मैं एक हूं, अनेक हूं
मैं पत्र हूं, पत्रिका हूं, अखबार हूं
हास्य- व्यंग, ज्ञान, विवेक, बुद्धि
धर्म- अधर्म, कर्म- अकर्म
भॉति- भॉति की किताब हूं
मैं ही प्रश्नपत्र, मैं ही उत्तरपुस्तिका
सच कहो तो मैं संपन्न हूं, विपन्न हूं
मैं हरा, नीला, पीला, कई रंगों में रंगीला
पर सच में, मैं गोरा कागज हूं
मैं कोरा कागज हूं
कहीं निखर गया, कहीं बिखर गया