पत्रांश

 'अभिनव इमरोज़' का अक्टूबर 2019 का अंक मिला धन्यवाद। हर बार की तरह आपकी पत्रिका पाठकों को कुछ नया ही देती है। इस बार फारसी काव्य के पितामह रूदकी पर सांस्कृतिक धरोहर का ऐतिहासिक अंक बन गया है। यह अंक साधारण न होकर सहेज कर रखने वाला है। इस अंक में प्रकाशित सामग्री शोध कार्य के लिए बहुत ही महत्त्वपूर्ण है। इसके लिए आप और अतिथि सम्पादक नासिरा शर्मा का परिश्रम सामने आया है, फारसी काव्य पर सांस्कृतिक विरासत से शोध कार्य को लाभ होगा, इसके लिए आपको तथा नासिरा शर्मा को ढेरों बधाई।



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