प्रार्थना 

 


निशा नंदिनी भारतीय, तिनसुकिया, असम 

 

                                                         

 हे ईश्वर ! हे दाता 

 

सुन लो विनती हमारी। 

इतनी हिम्मत, ताकत से हमको भर दो, 

बाल बांका न कर सके यह बीमारी।

 

है विश्वास हमें तेरी शक्ति पर

हमें विश्वास तेरी भक्ति पर, 

घर-घर में आनंद मंगल होगा

महिमा तेरी सारे जग से निराली।

हे ईश्वर ! हे दाता 

सुन लो विनती हमारी।

 

जीवन हमारा घिरा हर तरफ से

श्वासें हमारी बंधी तेरे दर से, 

झोली सबकी तू तो भरता सदा

तेरे दर से न जाता कोई खाली।

 

हे ईश्वर ! हे दाता 

सुन लो विनती हमारी।

इतनी हिम्मत, ताकत से हमको भर दो, 

बाल बांका कर न सके यह बीमारी।

 

Popular posts from this blog

अभिशप्त कहानी

हिन्दी का वैश्विक महत्व

भारतीय साहित्य में अन्तर्निहित जीवन-मूल्य