सूचनार्थ
भारत सरकार दो नयी संस्थाएं बनाने जा रही है। ये हैं--
1. भारतीय भाषा विश्वविद्यालय
2. दि इंस्टिट्यूट आप ट्रांस्लेशन एंड इंटरप्रेटेशन
प्रो. नंदकिशोर पांडेय, जयपुर ने मुझे संलग्न शिक्षा मंत्रालय का पत्र भेजा है जो अब आपको भेज रहा हूं। यह गंभीर मामला है और इस पर हिंदी प्रेमियों, लेखकों पत्रिका संपादकों आदि को विचार करना जरूरी है।
प्रो. पांडेय ने ‘हिंदी तथा भारतीय भाषा विश्वविद्यालय‘ का प्रस्ताव भेजा था जिसपर मेरे भी हस्ताक्षर थे। इसे हमने हैदराबाद के इंग्लिश ऐंड फोरन लेंग्यूएज विश्वविद्यालय की तरह बनाना चाहा था। लक्ष्य था - हिंदी से भारतीय भाषाओं का ज्ञान, अनुवाद, तुलनात्मक अध्ययन-शोध तथा अंतर्प्रांतीय संपर्क।
भारतीय अनुवाद विश्वविद्यालय का प्रस्ताव मैंने सरकार को भेजा था।
आप सरकारी पत्र को देखें। इसमें एक भी सदस्य हिंदी का नहीं है।
आप उचित समझें तो प्रो. नंदकिशोर पांडेय, जयपुर से संपर्क कर सकते हैं।
हार्टसर्जरी के बाद घर आ गया हूं और ठीक हो रहा हूं।
शुभकामनाओं सहित,
कमल किशोर गोयनका