कविता
डाॅ. उमा त्रिलोक, मोहाली, पंजाब, मो. 9811156310
क्या वही हो तुम ?
शक्ति की साँसों में बसे शिव को क्या ?
रुक्मणि के प्यार में रमे माधव को क्या ?
राधा के पाष में बँधे कान्हा हो क्या ?
मन नूपुर के स्वर
गीतों के गान
श्वासों के प्राण
क्या वही हो तुम ?
मरु से आए हो
पुन्नू बन क्या सस्सी के घर ?
या अब के राँझा बन
हीर को ले जाओगे वर ?
थाम के पकड़ोगे कच्चा घड़ा
जिससे सोहनी जायेगी तर,
क्या वही हो तुम ?
मेरी साधना के प्रासाद,
मेरी प्रतीक्षा के फल,
मेरे प्रश्नों के उत्तर,
मेरी प्यास के जल,
क्या वही हो तुम ?