हम भारत की संताने हैं!




डॉ. श्यामबाबू शर्मा, 
शिलांग, मो. 98635 31572



आज धरा पर ममता समता
और प्यार की गंध चाहिए।
रक्षा करें देश के युवजन
जनगण की समृद्धि चाहिए।
सब धर्मों को जोड़ सकें
बलशाली ऐसे हस्त चाहिए।
सबको गले लगाने वाले
बापू के इस धरा धाम पर
नव प्रकाश चहुं ओर चाहिए।
भगत सिंह नेताजी जैसे
वीर बांकुरे हमें चाहिए।
खिलें पुष्प गूंजें किलकारी
भारत के आंगन में
उन्नति की हों नवल रश्मियां
उठता भारत हमें चाहिए।
मस्तक चौड़े ऊंची छाती
हमें चाहिए हमें चाहिए।
हम भारत की संतानों में
राष्ट्रप्रेम अविराम चाहिए
राष्ट्रप्रेम अविराम चाहिए।।

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